बाजार में जमकर बरसा धन
सिलवासा. धन तेरस पर सिलवासा व आसपास के बाजार में लोगों ने जमकर खरीदारी की और धन वर्षा हुई। शोरूम, ज्वैलर्स, बर्तन भंडार, मिष्ठान, पूजा सामग्री, आतिशबाजी, इलेक्ट्रिॉनिक्स, कपड़े व गाडिय़ों के व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर ग्राहकों की पूरे दिन भीड़ रही। लोगों ने खरीदारी के लिए एटीएम केन्द्रों से लाखों रुपए निकाले। दिनभर एटीएम केन्द्रों पर लोगों की कतार देखी गई।
व्यापारियों के अनुसार दीपावली पर पहली बार बाजारों में मुस्कान नजर आई। लोगों ने सर्राफा व ज्वैलर्स शोरूम में सोना एवं चांदी के सिक्के, चांदी की लक्ष्मी, गणेश की प्रतिमाएं, बर्तन सेट आदि जमकर खरीदे। इस बार 10 ग्राम चांदी के सिक्के 450 से 500 रुपए तक बेचे गए। शोरूम में चांदी के बर्तन सेट व मुर्तियों के साथ आभूषणों की मांग खूब रही। दोपहर को पंचायत मार्केट, बस स्टेण्ड, किलवणी नाका बाजार में नारियल, बर्तन, परात, डिब्बे, पीतल का चरू, बाल्टी, गिलास, सजावटी सामान, पटाखों की खरीद के लिए दुकानों पर ग्राहकों की रेलमपेल बढ़ गई। स्टील, पीतल, तांबा के बर्तन भंडार एवं इलेक्ट्रिक दुकानों पर दिनभर बिक्री हुई। इलेक्ट्रॉनिक आयटमों में फ्रीज, टीवी, एलईडी, वाशिंग मशीनें भी खूब बिकी। पंचायत मार्केट में ग्रामीणों की भीड़ होने से मेला जैसा वातावरण बन गया। यहां ग्राहकों को सस्ते बर्तन, रेडिमेड कपड़े, खाद्य सामग्री, मिट्टी के दिए, घरेलू सामान इस बाजार में आसानी से मिल गए। किलवणी नाका, झंडा चौक की दुकानों में ग्राहक के कारण व्यापारियों को पूरे दिन फुर्सत नहीं मिली। मार्बल, सर्राफा, कपड़ा जैसे बड़े व्यावसाइयों ने बाजार से स्टेशनरी, जनरल आयटम, बहीखाते, रोकड़, लेजर, केशबुक, कलम, पेन आदि खरीदे। धनतेरस पर ग्रामीण बाजार में भी ग्राहकों की खासी चहल-पहल रही। रखोली, दादरा, खानवेल, नरोली, मसाट की दुकानों पर खूब सामान बिका। व्यापारियों ने पहले रोज रोशनी से सजावट करके दुकानों में तैयारी कर ली थी।
धनवंतरी पूजा
धनतेरस पर उद्योग, व्यापारिक संस्थान व घरों में धनवंतरी की पूजा हुई। घर आंगन में रंग-बिरंगी रोशनी एवं मिट्टी के दीये जलाकर लोगों ने लक्ष्मी, गणेश, कुबेर और धनवंतरी का पूजन किया। लकड़ी के पट्टे पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उस पर तेल का दिया जलाया एवं औषधियों के देवता धनवंतरी की विशेष पूजा-अर्चना की। मान्यता है कि धनतेरस पर धनवंतरी पूजन से वर्षभर स्वास्थ्य बेहतर रहता है। गणेश और लक्ष्मी की पूजा से घर में सुख संपत्ति एवं खुशहााली में वृद्धि होती है। पूजा के बाद लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई बांटी।